उजबेकिस्तान के वास्तुकला को राष्ट्रों के इतिहास का प्रतीक माना जाता है। आर्थिक परिस्थितियों को बदलने के बावजूद, तकनीकी प्रगति, जनसांख्यिकीय उतार-चढ़ाव और सांस्कृतिक बदलाव, देश में उज़्बेक वास्तुकला की मौलिकता देखी जा सकती है। समरकंद, बुखारा, खावा, शाख्रिस्बाब, टर्मेज और कोकंद कला और विज्ञान के सबसे प्रसिद्ध वास्तुकला केंद्र…