यथार्थवाद दृश्यों और वस्तुओं की दृश्य उपस्थिति की कला में सटीक, विस्तृत और सटीक प्रतिनिधित्व है, अर्थात, यह फोटोग्राफिक परिशुद्धता में तैयार किया गया है। इस अर्थ में यथार्थवाद को प्रकृतिवाद, मिसिसिस या भ्रमवाद भी कहा जाता है। यथार्थवादी कला कई कालखंडों में बनाई गई थी, और यह बड़े हिस्से…