कला में प्रकृतिवाद (आदर्शवाद) भी लगभग 1870 से 1890 तक का प्रवाह है, व्यापक अर्थों में: अपने सभी अभिव्यक्तियों, विवरणों और विवरणों में वास्तविकता के सबसे पूर्ण और बिल्कुल सटीक प्रतिबिंब की प्रवृत्ति। दृश्य कलाओं में, इस तरह की प्रवृत्ति लगातार प्रकट होती है, समय-समय पर ठोस ऐतिहासिक दिशाओं, प्रवृत्तियों,…